URL क्या है? और 2023 में ये कैसे काम करता है

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जब से आप इंटरनेट का यूज कर रहे हैं तबसे आपने एक शब्द तो जरूर सुना ही होगा URL लेकिन शायद आपने कभी इस पर ध्यान दिया हो या ना दिया हो लेकिन आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे की URL क्या होता है? और साथ ही ये URL कैसे काम करता है? इसके बारे में भी हम आज अपनी इस पोस्ट में अच्छे ढंग से समझेंगे

URL क्या है? – Meaning of URL in Hindi

आप सभी एक घर में रहते हैं या एक एरिए में रहते हैं। तो  किसी को आपके घर पहुंचना है। तो उस एरिया का नाम एड्रेस के थ्रू आप तक पहुंच सकता है। वैसे ही इंटरनेट की दुनिया में URl एक यूनिक एड्रेस होता है।जिसका फुल फॉर्म Uniform Resource Locator है।

 जिस के थ्रू आप इंटरनेट पर सर्च किए गए कंटेंट तक पहुंच सकते हैं या उन रिसोर्सेस तक पहुंच सकते हैं जिनके बारे में आप जानना चाहते हैं। Web में जितने भी web page, web site और डॉक्यूमेंट होते है। उन सब का  एक यूनिक एड्रेस होता है। जिसे हम URL  कहते है। यूआरएल एक प्रकार से लिंक होता है। जिसे आप अपने वेब ब्राउज़र में डालकर पार्टिकुलर वेब पेज, website, और डॉक्यूमेंट तक पहुंच सकते है। अब आप समझ ही चुके होंगे की URL क्या होता है?

URL का अविष्कार किसने किया था?

Tim Burners-Lee और उनकी  टीम ने सबसे पहले यूआरएल को लोगों के सामने लाया। ये उनका ही आईडिया था कि ऐसी Organization होनी चाहिए ,जो सभी Web Pages को unique locational address देता हो। इससे किसी भी कंटेंट को इंटरनेट पर आसानी से देखा जा सके या खोजा जा सके। उन्होंने  इसके लिए एच टीमेलएल (HTML) को बनाने के बाद Standard language को इस्तेमाल करके World Wide Web में बहुत सारे pages बनाये और उसके साथ हाइपरलिंक को जोड़ दिया। इस तरीके से उन्होंने यूआरएल को बनाया।

URL कैसे काम करता है? 

 URL क्या होता है? इसके अन्दर ये कैसे काम करता है? हमारे लिए ये जानना भी ज़रूरी है तो देखिये इंटरनेट पर सभी वेबसाइट का आईपी ऐड्रेस होता है जिसके थ्रू हम उसे एक्सेस करते हैं। आईपी एड्रेस जो होता है वह एड्रेस उस वेब सर्वर का होता है जिसमें वेबसाइट का डाटा स्टोर होता रहता है। पहले वेब ब्राउज़र में आईपी एड्रेस के थ्रू वेबसाइट को एक्सेस किया जाता था। 

टाइम के साथ कई सारी वेबसाइट बढ़ने लगी जिससे वेबसाइट के आईपी ऐड्रेस को याद रखना मुश्किल बन गया। इन सभी प्रॉब्लम्स को ध्यान में रखते हुए मार्केट में डोमेन नेम को लॉन्च किया गया। जो आईपी एड्रेस को रिप्रेजेंट करता है। जब भी ब्राउज़र में डोमेन को सर्च किया जाता है। तब DNS की हेल्प से डोमेन के आईपी ऐड्रेस में चेंज कर दिया जाता है। इसके बाद वेब ब्राउज़र सर्वर से कनेक्शन बना लेता है।और फिर वेबपेज को यूजर के सामने दिखा देता है जिसे यूजर ने सर्च किया हो। 

URL के पार्ट्स 

  • HTTP (Hypertext Transfer Protocol):

इन्टरनेट पर डेटा ट्रान्सफर करने के लिए Http प्रोटोकॉल का यूज किया जाता है।

  • वर्ल्ड वाइड वेब (World wide Web):

WWW एक सर्विस है। इंटरनेट पर जितने भी वेबसाइट है उन सभी की इन्फॉर्मेशन WWW  में ही होती है।

  • डोमेन नेम (Domain name): इसे website के नाम से भी जाना जाता है. डोमेन नाम किसी भी वेबसाइट का पता है. सभी website का डोमेन नाम अलगअलग या कहें तो बिल्कुल unique होता है 
  • Resorces:

रिसोर्सेस वह होता है जिसे यूजर इंटरनेट पर ढूंढता है। इसे वेबपेज भी कहते हैं।

URL के प्रकार 

URL दो प्रकार के होते हैं।

1.Absolute URL

इस तरह के URL में डोमेन का नाम और पेज दोनों ही एक Path में होते हैं, एक Absolute URL Location के बारे में पूरी इन्फॉर्मेशन देता है। यह URL Http:// प्रोटोकॉल से शुरू होता है और इसमें हर प्रकार की इन्फॉर्मेशन होती है।

2.Relative URL

Relative URL में केवल Path होता है, इसमें डोमेन नाम नहीं होता है. Absolute URL को छोटा करने के लिए Relative URL का यूज किया जाता है। Relative URL का यूज किसी फ़ाइल के दिए गए लिंक के Reference में किया जाता है जो एक ही डोमेन में मौजूद होता है।

URL कैसे बनाते है?

कोई भी वेबसाइट, उस पर मौजूद किसी भी कंटेंट को आपको नंबर वन पर लाना है तो आपको अपना URL  स्ट्रांग करना ही होगा।

URL का कोई fixed और Perfect structure नहीं है आपको अलग अलग तरह के यूआरएल देखने को मिल सकते है। आपको ऐसा URL बनाना चाहिए जो user Friendly और search engine को crawl करने में आसान हो।

मान लीजिए आपको किसी blog के लिए यूआरएल बनाना है. तो इसके लिए पहले आप जो कॉमन words का यूज यूआरएल में किया जाता है उसको लिखें। इसके बाद ब्लॉग का domain address और फिर उसके बाद article के keywords लिखें। आप इसे जो आपके ब्लॉग की लैंग्वेज है उसमें लिख सकते हैं। इस प्रकार से आप URL बना सकते है।

निष्कर्ष:

आज के इस आर्टिकल- URL क्या है? के अन्दर हमने आप सभी को URL कैसे काम करता है? इसके बारे में सम्पूर्ण जानकरी दी जिसमे हमने जाना की 

आपका URL ऐसा होना चाहिए  जो की सरल हो और समझने में आसान हो। आपका यूआरएल सरल होता है तो सर्च इंजन को भी आपकी साइट को crawl करने में भी आसानी होती है और आपकी साइट के अच्छी रैंक पाने के चांस अधिक बढ़ जाते है। अब आपके जो भी सवाल हो वो आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं। 

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